कहानी की कक्षा – 21-24 Aug 2025

अगर मैं आपको बोलूँ कि कोई भी लेखक बन सकता है तो आप शायद न मानें। अगर मैं आपको बोलूँ कि हर कोई थोड़ा बहुत क्रिएटिव होता है तो शायद आपको विश्वास न हो। मेरा ऐसा मानना है कि हर कोई कहानी लिख सकता है। कुछ बेसिक जानकारी के बाद हर कोई लिखने की यात्रा पर निकल सकता है।

मैं ये क्लेम तो नहीं करता कि आपको लेखक बना दूँगा लेकिन हाँ इतना विश्वास दिला सकता हूँ कि इस वर्कशॉप के बाद आप अपनी पहली कहानी ज़रूर लिख लेंगे।

पहले अंडा आया या मुर्गी, इसका जवाब तो शायद एक दिन साइंस ढूँढ ले लेकिन पहले कैरेक्टर आया या प्लॉट, इसका जवाब हम मिलकर ढूँढते हैं।

अगर आप पहले से लिखते रहे हैं तो भी आपके मन में ये सवाल होंगे कि

– कहानी कैसे शुरू करें, सब्जेक्ट कैसे चुनें?

– क्या राइटिंग को फुलटाइम करियर बनाया जा सकता है या फिर किताब लिखने के बाद क्या करना होता है।

– कैसे ऑडियो शो के लिए लिखना होता है?

– फुल टाइम जॉब के साथ राइटिंग कैसे करें?

–  किताब कैसे पब्लिश होती है?

– one to one फीड्बैक सेशन

आपके सभी सवालों के जवाब आपको इस वर्कशॉप में मिलेंगे।

हम तीन दिनों में बहुत सारी कहानियों को केस स्टडी जैसे साथ पढ़ेंगे और उनको डिस्कस करेंगे।

मुझे हमेशा लगता है कि कहानी कैसे लिखनी इसके सैकड़ों वीडियो तो ऑनलाइन मिल जाएँगे हम सभी लोग यहाँ मिलकर इस सवाल का जवाब ढूँढेंगे कि कहानी लिखनी क्यों चाहिए?

मैं वर्कशॉप क्यों करता हूँ इसका जवाब बड़ा आसान है। मैं हमेशा अपने राइटर्स रूम के लिए नए पुराने लेखकों की खोज में रहता हूँ। जिसके साथ हम ऑडियो और विडियो शोज़ बना पाएँ।

Offline वर्कशॉप की खास बात मुझे यही लगती है कि क्लासरूम में आमने सामने बैठकर 2-3 दिन साथ रहकर, हम एक दूसरे से बेहतर सीख सकते हैं। एक कम्यूनिटी बन जाती है। जो फिर साथ में ग्रो करती है। ऐसे साथी मिलते हैं जो हमेशा एक दूसरे की मदद कर सकते हैं।

दो साल जब मैं अपनी राइटिंग वर्कशॉप लेने गया तो यह नहीं सोचा था कि यहाँ जो 14 लोग मिलने वाले हैं। वो सब एक किताब का हिस्सा होंगे। मुझे ख़ुशी है कि उस राइटिंग बैच के लोगों की पहली किताब “यार बटोही” आ चुकी है। जो कि दैनिक जागरण और नील्सन की बेस्ट सेलर सूची में भी आ चुकी है।

Divya Prakash

 

Divya Prakash

 

तो आइए अपनी रूटिंग ज़िंदगी से ब्रेक लेते हैं और चलते हैं चैल हिमांचल प्रदेश के एकम विला में। मैं यहाँ छुट्टियाँ मनाने गया था। एक बार यहाँ वर्कशॉप कर चुका हूँ। ये जगह इतनी सुंदर लगी कि मन किया कि फिर से यहाँ एक वर्कशॉप कर रहा हूँ। जगह सुन्दर है मौहल बढ़िया रहेगा। कुछ आपकी सुनते हैं कुछ अपनी सुनाते हैं।

ज़्यादा जानकारी के लिए इस नम्बर (सुमित जी 9810058247) पर कॉल कर सकते हैं।

Why this workshop

  1. Learn Effective Writing: The workshop will teach you the basics of storytelling, enabling you to write emotional and engaging stories.
  2. Personal Guidance: You’ll have the opportunity for one-on-one feedback sessions with Divya Prakash Dubey, helping you improve your writing.
  3. Practical Experience: Over three days, you’ll read and discuss various stories as case studies, enhancing your understanding and writing skills.
  4. Networking: You’ll get a chance to work with and learn from other writers.
  5. Inspiration and Guidance: Gain insights from an established author who will share his experiences and knowledge.
  6. Real-World Insights: Learn how to make writing a full-time career and understand the steps after publishing a book.

By attending this workshop, you’ll not only understand the technical aspects of writing but also explore the deeper question of why we write stories. This is a unique opportunity to take your writing journey to new heights and become part of a supportive writing community.

Workshop Dates  and Ekam Villa

The Hindi writing workshop to be held from Aug 21 (Thrusday) (Arrival) – Aug 24 (Sunday) ( Departure) , 2025 at the Luxurious Ekam Villa The fees for attending the workshop at this Writing Retreat is INR 25,000/- (this includes 3 nights triple-shared stay, all meals etc.). Taxes included.

To be a part of this wonderful learning experience, please make the payment to confirm your spot. To know more about the location pls click here ekamchail.com & https://www.divyaprakash.in/

Divya Prakash

About the facilitator:

दिव्य प्रकाश दुबे ने सात बेस्ट सेलर किताबें—‘शर्तें लागू’, ‘मसाला चाय’, ‘मुसाफ़िर Cafe’, ‘अक्टूबर जंक्शन’, ‘इब्नेबतूती’, ‘आको-बाको’और ‘यार पापा’ —लिखी हैं। ‘स्टोरीबाज़ी’ नाम से कहानियाँ सुनाते हैं। दिव्य प्रकाश आवाज़ की दुनिया का एक जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं। Audible के लिए ‘पिया मिलन चौक’, ‘दिल लोकल’ और ‘दो दुनी प्यार’ जैसे मशहूर शो प्रस्तुत कर चुके हैं। दस साल कॉरपोरेट दुनिया में मार्केटिंग तथा एक लीडिंग चैनल में कंटेंट एडिटर के रूप में कुछ साल माथापच्ची करने के बाद अब वह एक फ़ुलटाइम लेखक हैं। मुंबई में रहते हैं। मणिरत्नम जी फ़िल्म पोंनियिन सेल्वन के दोनों भागों के  साथ ही इम्तियाज़ अली द्वारा बनायी गयी वेब सीरीज़ डॉक्टर अरोरा के डायलॉग डायलॉग लिख चुके हैं।  कई नए लेखकों के साथ ‘रायटर्स रूम’ के अंतर्गत फ़िल्म, वेब सीरीज़ और ऑडियो शो विकसित करते हैं।

 

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